Sunday, March 11, 2018

Sharbat e Deenar Ke Fayde | शर्बत-ए-दीनार के फ़ायदे-unanitimes


शर्बत दीनार हर्बल यूनानी मेडिसिन है जो लिवर की बीमारियों के लिए बेहद असरदार है. लिवर का बढ़ जाना, जौंडिस, हेपेटाइटिस, पेशाब का पीला होना, पेशाब में तकलीफ़ होना जैसी बीमारियों में फ़ायदेमंद है. तो आईये जानते हैं शर्बत दीनार का नुस्खा या कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -

शर्बत-ए-दीनार का नुस्खा या कम्पोजीशन 

यह तिब्ब यूनानी में इस्तेमाल की जाने वाली जानी-मानी जड़ी-बूटियों से बनायी जाती है,इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें-

पोस्त बैख कासनी, तुख्म कासनी, गुले सुर्ख, गुले नीलोफ़र, गुले गाओज़बान, तुख्म कसूस, रेवंद चीनी और कंद सफ़ेद जैसी चीज़ें मिली होती हैं.

शर्बत-ए-दीनार के फ़ायदे


  • हेपेटाइटिस, जौंडिस, लिवर-स्प्लीन बढ़ जाना, ड्राप्सी और Pleurisy या फेफड़ों में पानी आना जैसी बीमारियों में इसका इस्तेमाल करना चाहिए.
  • लिवर की जगह में दर्द होना, मसाने में दर्द होना, पेशाब पीला होना, पेशाब करने में तकलीफ़ होना जैसी प्रॉब्लम दूर करता है.
  • लिवर की सुजन, पेट की सुजन, रहम की सुजन जैसी हर तरह की सुजन को दूर करता है.
  • यह पेशाब साफ़ लाता है, बॉडी में जमा एक्स्ट्रा पानी को निकालता है और कब्ज़ को भी दूर करने में मदद करता है. 

कुल मिलाकर देखा जाये तो लिवर और इस से रिलेटेड बीमारीओं के लिए यह एक अच्छी दवा है.

शर्बत-ए-दीनार का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका

25 से 50 ML तक 100 ML अर्क बादीयान या फिर सादे पानी के साथ सुबह शाम खाना के बाद लेना चाहिए. हमदर्द के 500ML के पैक की क़ीमत 200 रुपया है, इसे यूनानी दवा दुकान से या फिर ऑनलाइन खरीद सकते हैं.

परहेज़

इसका इस्तेमाल करते हुवे तेल, मसाला, नमक और अल्कोहल जैसी चीजों का इस्तेमाल न करें. ताज़ी हरी सब्जियाँ और फलों का जूस इस्तेमाल करना चाहिए.

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