Thursday, June 28, 2018

Lauq Sapistan Benefits | लऊक़ सपिस्ताँ के फ़ायदे | unanitimes


लऊक़ सपिस्ताँ यूनानी दवा है जो सर्दी, खाँसी,जुकाम, टॉन्सिल्स और गले की ख़राश में असरदार है. तो आईये जानते हैं लऊक़ सपिस्ताँ का नुस्खा, इसके फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -

लऊक़ सपिस्ताँ जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है सपिस्तान नाम की बूटी से बनी लऊक वाली दवा. यूनानी में लऊक़ का मतलब होता है ज़बान से चाटकर खाने वाली दवा या Linctus.

लऊक़ सपिस्ताँ का नुस्खा या कम्पोजीशन

इसके नुस्खे या कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें कई तरह की जड़ी-बूटियाँ मिली होती हैं जैसे -

सपिस्तान कलां, उनाब, पोस्त खसखस, अस्ल-ऊस-सूस, पर्सियोषण, तुख्म खत्मी, तुख्म खुब्बाज़ी, बीहिदाना, शीरा मगज़ बादाम, शीरा तुख्म खसखस, कतीरा, सुमक अरबी, रब-ए-सूस और मिस्री जैसी चीजें मिली होती हैं.

लऊक़ सपिस्ताँ के फ़ायदे

सर्दी-खाँसी, नज़ला-जुकाम, गले की ख़राश, टॉन्सिल्स और गले की सुजन और इन्फ्लुएंजा जैसी प्रॉब्लम में ख़ासकर इसका इस्तेमाल किया जाता है.

यह कफ़ को पतला कर निकाल देती है, गले को ठीक करती है, गले की Inflammation और इन्फेक्शन को दूर करती है.

यह नेचुरल Expectorant की तरह काम करता है, बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के.

लऊक़ सपिस्ताँ का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका

10 से 20 ग्राम तक 100ML अर्क गाओज़बां या फिर गुनगुने पानी से सुबह शाम लेना चाहिए. या फिर डॉक्टर की सलाह से मुताबिक. यह बिल्कुल सेफ़ दवा है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है. इसके 60 ग्राम के पैक की क़ीमत क़रीब 58 रुपया है जिसे यूनानी दवा दुकान से या फिर ऑनलाइन खरीद सकते हैं.



Tuesday, June 12, 2018

Habbe Nishat Benefits | हब्बे निशात के फ़ायदे


हब्बे निशात यूनानी दवा है जो मर्दों की बीमारियों के लिए असरदार है. इसके इस्तेमाल से मर्दाना कमज़ोरी, नामर्दी, वीर्य का पतलापन, स्पर्म काउंट की कमी और जल्द फारिग़ होना जैसी प्रॉब्लम में फ़ायदा होता है. तो आईये जानते हैं हब्बे निशात के फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -

Habbe Nishat is herbal Unani medicine which helps male with infertility problem and cures reproductive system disease. This is very useful in impotency, low virility, erectile dysfunction, spermatorrhoea, low sperm count etc. male disease. Know  here details about its composition, benefits and uses.

हब्बे निशात का नुस्खा या कम्पोजीशन 

इसके 250 mg के हर टेबलेट में Kushta Nuqra- 14.46mg, Zafran-57.87mg, Jayphal-57.87mg, Samandar Sokh-28.93mg, Zahar Mohra-4.07mg, Jawitri-57.87mg, Regmahi- 57.87mg

कुश्ता नुकरा यानी रजत भस्म, ज़ाफ़रान और रेग माहि जैसी चीज़ें मिला होना से यह दवा बेहद असरदार बन जाती है और थोड़ी महँगी भी.

हब्बे निशात के फ़ायदे 

इरेक्शन की कमी, मर्दाना कमज़ोरी, नामर्दी, जल्द डिस्चार्ज होना, वीर्य का पतलापन, स्पर्म काउंट और मोटिलिटी की कमी जैसी प्रॉब्लम में इस से फ़ायदा होता है.

मेल इनफर्टिलिटी में इसे दूसरी दवाओं के साथ लेने से अच्छा फ़ायदा होता है. पर याद रखें, तासीर में यह गर्म होती है.

हब्बे निशात का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका 

एक-एक गोली सुबह शाम दूध या पानी से खाना के बाद लेना चाहिए. या फिर डॉक्टर के मशवरा को फॉलो करें.

हमदर्द, रेक्स, शमा जैसी यूनानी कंपनियों की यह मिल जाती है. इसे आप यूनानी दवा दुकान से या फिर ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं. हमदर्द के 16 टेबलेट के पैक की क़ीमत क़रीब 600 रुपया है.

हब्बे हमल के फ़ायदे | Habbe Hamal Ke Fayde

Wednesday, June 6, 2018

Arq Makoh Benefits | अर्क़ मकोह के फ़ायदे | Unanitimes


अर्क़ मकोह जो है पेट, आंत, लिवर-स्प्लीन की सुजन और लिवर की बीमारियों जैसे जौंडिस, हेपेटाइटिस, लिवर सिरोसिस के लिए बेजोड़ दवा है जिसे यूनानी और आयुर्वेदिक दोनों चिकित्सा पद्धति में इस्तेमाल किया जाता है. तो आईये जानते हैं अर्क़ मकोह का नुस्खा या कम्पोजीशन, इसके फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -

Arq Makoh is herbal Unani medicine for stomach, liver and spleen disease. This is very effective in Jaundice, Hepatitis, Liver Cirrhosis, Spleen enlargement, Edema and other liver disease. Know here full details about its composition, benefits and usage.

अर्क़ मकोह जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है यह मकोह नाम की बूटी का अर्क होता है. इसे मकोह, मकोय और काकमाची के नाम से भी जाना जाता है. इसे अंग्रेज़ी में Black Nightshade कहा जाता है जबकि इसका वानस्पतिक नाम Solanum Nigrum है.

अर्क़ मकोह का कम्पोजीशन 

इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें मकोह और पानी ही मिला होता है. बनाने का तरीका यह होता है कि 500 ग्राम मकोह के फल को 10 लीटर पानी में 24 घंटा तक भीगाने के बाद भबका यंत्र या अर्क निकालने वाली मशीन से 2.5 लीटर तक अर्क निकाल लिया जाता है. कुछ लोग मकोय का पंचांग भी यूज़ करते हैं.

अर्क़ मकोह की तासीर और प्रॉपर्टीज 

तासीर में इसे नार्मल से ठंडा मान सकते हैं. यह सुजन दूर करने वाला यानि Anti-inflammatory, लिवर के फंक्शन को सही करने वाला(Hepatoprotective), Detoxifier और एंटी ऑक्सीडेंट जैसे गुणों से भरपूर होता है.

अर्क़ मकोह के फ़ायदे


  • पेट की बीमारियों या Digestive सिस्टम की बीमारियों के लिए यह एक असरदार दवा है जिसे ज़्यादातर यूनानी में इस्तेमाल किया जाता है. 



  • भूख की कमी, जौंडिस, हेपेटाइटिस, लिवर सिरोसिस, लिवर-स्प्लीन की सुजन, पेट और आँतों की सुजन और लिवर की हर तरह की बीमारी में इसका इस्तेमाल किया जाता है. 



  • पैरों की सुजन(Edema), मोटापा, ब्लड प्रेशर, हिचकी, खाँसी, अस्थमा, पेशाब की प्रॉब्लम और बुखार में भी दूसरी दवाओं के साथ में यह असरदार है. 


अर्क़ मकोह का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका 

20 से 50 ML तक सुबह शाम खाना के आधा घंटा पहले या फिर खाना खाना के एक घंटा बाद लेना चाहिए. बच्चों को कम डोज़ में देना चाहिए. यह ऑलमोस्ट सेफ़ दवा है अगर सही डोज़ में लिया जाये. ज़्यादा डोज़ होने पर दस्त, पेट दर्द और बेचैनी जैसी प्रॉब्लम हो सकती है. प्रेगनेंसी में यूज़ नहीं करना चाहिए.

Arq Kasni Benefits | अर्क़ कासनी के फ़ायदे | Unanitimes


अर्क़ कासनी जो है एक हर्बल दवा है जो आयुर्वेद के साथ-साथ यूनानी में भी इस्तेमाल की जाती है. इसके इस्तेमाल से जौंडिस, हेपेटाइटिस, तिल्ली बढ़ना जैसी लिवर और स्प्लीन की बीमारियाँ, ज़्यादा प्यास लगना, पेशाब की बीमारी, नीन्द की कमी और भूख की कमी जैसी कई तरह की प्रॉब्लम दूर होती है. तो आईये जानते हैं कासनी क्या है? अर्क़ कासनी के फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -

Arq Kasni(Chicory Distilled) is herbal Unani medicine for liver and spleen disease. This is very effective in Jaundice, Hepatitis, Liver Cirrhosis, Spleen enlargement, body heat, burning sensation, excessive thirst, headache and other liver disease. Know here full details about its composition, benefits and usage.

अर्क़ कासनी जो है कासनी नाम की बूटी से बना होता है. कासनी को चिकोरी(Chicory) भी कहा जाता है. अर्क़ कासनी बनाने के लिए 500 ग्राम कासनी के बीजों या तुख्म कासनी(Thukhm Kasni) को 10 लीटर पानी में 24 घंटे भिगोने के बाद अर्क निकालने वाली मशीन से चार लीटर तक अर्क निकाल लिया जाता है.

अर्क़ कासनी के गुण या Properties 

तासीर में यह सर्द या ठण्डा होता है, बॉडी को कूल करता है. यह लिवर को प्रोटेक्ट करने वाला या Hepatoprotective, सूजन दूर करने वाला यानि Anti-inflammatory, Anti-hepatitis, Antioxidant, Anti Viral और Antimicrobial जैसे गुणों से भरपूर होता है.

अर्क़ कासनी के फ़ायदे 

जौंडिस, हेपेटाइटिस, लिवर-स्प्लीन बढ़ जाना, भूख की कमी और दूसरी हर तरह की लिवर की बीमारियों में यह बेहद असरदार है.

पित्त बढ़ा होना, बहुत ज़्यादा प्यास लगना, बॉडी की गर्मी, जलन, सर दर्द, पेशाब की जलन, पेशाब करने में दर्द होना, बेचैनी और नींद की कमी जैसी प्रॉब्लम भी इस से अच्छा फ़ायदा मिलता है.

कुल मिलाकर बस यह समझ लीजिये कि अर्क़ कासनी को लिवर-स्प्लीन की बीमारियों और बढ़े हुवे पित्त को कम करने के लिए ही सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है.

अर्क़ कासनी का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका

50 ML से 100 ML तक सुबह शाम खाना के आधा घंटा पहले या एक घंटा बाद या फिर डॉक्टर की सलाह के मुताबिक़ लेना चाहिए. बच्चों को 25-30 ML तक सुबह शाम दे सकते हैं. यह ऑलमोस्ट सेफ दवा है, सही डोज़ में लेने से किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है, प्रेगनेंसी में इसका इस्तेमाल न करें. डायबिटीज के मरीज़ इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

अर्क़ कासनी के बारे में एक अहम बात बता दूँ कि अर्क़ कासनी का कोई भी दूसरा अर्क को सपोर्टिंग मेडिसिन की तरह लेना चाहिए, यानी बीमारी के मेन दवा के साथ इसको लें. सिर्फ़ इसके भरोसे रहेंगे तो उतना फ़ायदा नहीं होगा ख़ासकर जब बीमारी की कंडीशन को बढ़ी हुयी हो. आयुर्वेदिक और यूनानी कम्पनियों की यह मिल जाती है, इसे आप ऑनलाइन भी ख़रीद सकते हैं.